वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने में शिक्षकों का सहयोग अपेक्षितः सिविल सर्जन

संवाददाता
मेदिनीनगर:मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी बुखार इत्यादि के फैलने से रोकने के लिए सभी एहतियात शिक्षकों को जानना जरूरी है, ताकि वह बच्चों को बताएं और वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने में सहायक हो। यह बातें
सिविल सर्जन डॉ. अनिल सिंह ने कही। वे आज वेक्टर जनित रोगों से बचने के लिए राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत शिक्षकों के लिए आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। शिक्षक पलामू जिले के विभिन्न प्रखंडों से थे, जहां ट्राइबल बच्चों की संख्या ज्यादा है। कार्यक्रम का आयोजन सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में किया गया था।

उन्होंने कहा कि कोई रोग क्यों होता है, कैसे फैलता है और उसका बचाव क्या है, यह तीन जानकारी हो तो हम किसी भी बीमारी से काफी हद तक बचाव कर सकते हैं। वेक्टर जनित रोगों (मलेरिया, फाइलेरिया, इंसेफलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनिया) का प्रकोप तेजी से फैलता है। जरा सी सावधानी हमें इन रोगों से बचा सकती है। वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए घर में कूलर, बाल्टी और ड्रम आदि का पानी हर सप्ताह बदला जाए। घर के आसपास पानी न एकत्रित होने पाए। जहां पर पानी एकत्रित होता है उन स्थानों पर मिट्टी के तेल या एन्टी लारवा का छिड़काव किया जाए। कार्यक्रम में डॉ एमपी सिंह, लेप्रोसी कन्सलटेंट डॉ एमके मेहता, वीबीडी कन्सलटेंट सुनील कुमार, मलेरिया इंस्पेक्टर पंकज किशोर विश्वकर्मा ने भी अपने विचार रखे।

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